Wednesday, January 13, 2010

सरस्वती वंदना

जय माँ वीनावादिनी, हे माँ, हर दिल मैं खुशबू भर दे ,
मुस्काए हर जीवन माते, सबको जीभर अम्बर दे .

आये हैं हम शरण में  तेरी, अभिलाषा में  लेखन की ,
भाव व  चिंतन के संग  हमको शक्ति भी दो सच देखन की
डर से सत्य न ठुकरा  दें हम, हे माँ निडर हमें कर दे
                                             हे माँ ...........                              
विचलित ना हो जाएँ पथ से, संघर्षों में  घबरा कर
मन का बल कहि टूट न जाये, अपनी ही पीड़ा से डरकर
शक्ति और सामर्थ्य भी देना जो लेखन को संबल दे
                                             हे माँ ...............
अपनी वेदना और सुखों से सिर्फ रंगें ना प्रष्ठों को
लेखन में  माँ हम छलकाएं मानवता के कष्टों को
जन जन के माँ काम जो आये वह लेखन मुझमें भर दे
                                             हे माँ ...............
दी है लेखनी, दी है स्याही, तुने  ही माँ भाव दिए
भाषा, बुद्धि, शब्द, चिंतन और सर्वग्राम्ह्य उदगार दिए
तेरी प्रेरणा, तुझमें निष्ठां सदा रहे मुझको वर दे
                                             हे माँ ..............

                                        गोपाल जी ............  

Monday, September 21, 2009

कार्यक्रम

कार्यक्रम
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------------------नृत्य एवं संगीत ----------------
शनिवार, दिनांक ३१-१०-२००९
पूर्वान्ह --४ से ७ बजे तक
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आशीर्वाद भोज
शनिवार, दिनांक ३१-१०-२००९
सायंकाल ७.३० बजे से आपके आगमन तक
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स्थान
होटल हर्ष पैलेस
सी पी - ८ , विकास खंड - १, पत्रकारपुरम,
पेट्रोल पम्प के पीछे, गोमती नगर,
लखनऊ - २२६०१० फ़ोन - ०५२२-२३९३३३२
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प्रतीक्षा में
गोपाल जी एवं मीनाक्षी श्रीवास्तव
५/१४६ , विराम खंड - ५,
गोमती नगर, लखनऊ - २२६०१०
फ़ोन एवं मोबाइल - ०५२२-२७२५८४१ , ९३३५६०५५०८, ९९३६६०५५०८, ९३३५१३०३९८,